इस मतलबी दुनिया में हर रिश्ता अब मतलब का हो गया है। इंसानियत से ज़्यादा अब स्वार्थ और लालच को तवज्जो दी जाती है। कभी जो रिश्ते दिल से निभाए जाते थे, आज वही रिश्ते जब तक फायदा हो तब तक निभते हैं। ऐसे में जब दिल टूटता है, तो शब्दों में वो दर्द बयां करना आसान नहीं होता। लेकिन मतलबी शायरी के ज़रिए हम अपने जज़्बात को कुछ हद तक बयां कर सकते हैं।
नीचे दिए गए हैं 100+ बेहतरीन मतलबी शायरी जो आपको दिल से छू जाएँगी और आप इन्हें अपने सोशल मीडिया, स्टेटस या किसी खास के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
Table of Contents
Emotional Matlabi Shayari in Hindi

मतलब निकलते ही बदल जाते हैं लोग,
जैसे बारिश के बाद बदल जाता है मौसम।
दिल से निभाया हर रिश्ता हमने,
पर अफ़सोस, सबको मतलब से मतलब था।
रिश्तों की भीड़ में हम अकेले रह गए,
हर कोई मतलब के लिए पास आया।
किसी का होना भी अब भरोसे का काम नहीं,
जो कल अपना था, आज पराया हो गया।
मतलब की दुनिया में दिल लगाना बेवकूफ़ी है,
यहाँ हर कोई सिर्फ़ खुद से वफ़ा करता है।
जब तक ज़रूरत थी तब तक याद रखा,
अब न वक़्त है, न रिश्ता।
लोगों को मतलब से मतलब होता है,
इंसानियत अब बस किताबों में मिलती है।
मतलबी रिश्ते बर्फ जैसे होते हैं,
जो वक्त के साथ खुद-ब-खुद पिघल जाते हैं।
हर मुस्कान के पीछे एक मतलब छुपा है,
अब ये दुनिया मासूम नहीं रही।
जब मतलब निकल जाता है,
तो सबसे पहले यादें मिटाई जाती हैं।
Dard Bhari Matlabi Shayari

जो लोग मतलब के लिए साथ थे,
वो आज गैरों से भी बुरे हैं।
हमें उनसे नहीं उनके मतलब से चोट लगी,
क्योंकि प्यार हमने दिल से किया था।
दिल से निभाया सब कुछ,
पर उन्हें बस मतलब की फ़िक्र थी।
जो आज सबसे दूर हैं,
कभी वही सबसे करीब थे।
मतलब की दुनियाँ ने सिखा दिया,
कि अपने भी गैर हो सकते हैं।
दिल दुखा तो दर्द हुआ,
पर मतलबी लोगों से भरोसा उठ गया।
चेहरे पर मुस्कान थी,
पर दिल में मतलबीपन छुपा था।
सब अपने होते हैं जब तक जरूरत होती है,
वरना अपनों से भी अजनबी बन जाते हैं।
मतलबी रिश्तों ने ये सिखाया,
कि सच्चाई से ज़्यादा दिखावा चलता है।
दर्द वो नहीं जो आँखों से बह जाए,
दर्द वो है जो अपनों के मतलब से मिल जाए।
Dosti Mein Matlabi Shayari

दोस्ती भी अब मतलबी हो गई है,
जब तक फायदा नहीं तब तक कोई याद नहीं करता।
यारों का दिल अब सिर्फ मतलब से धड़कता है,
वफ़ा की जगह मुनाफ़ा देखता है।
दोस्ती की किताब में अब मतलब का चैप्टर जुड़ गया है,
जहाँ दोस्ती बस काम निकलवाने का जरिया बन गई है।
किसी ज़माने में दोस्ती दिल से होती थी,
अब मतलब से होती है।
जब ज़रूरत हो तभी याद आते हैं दोस्त,
वरना सबको अपनी दुनिया प्यारी है।
दोस्ती का मतलब अब बदल गया है,
अब दोस्त वही जो काम आए।
मतलब का रिश्ता भी निभा लेते हैं लोग,
पर दिल से निभाने वाले अब कम हैं।
दोस्ती का नाम लेकर फायदा उठाया,
और हम बेवकूफ़ समझते रहे उसे अपना।
अब किसी दोस्त पर यकीन करना मुश्किल है,
हर मुस्कान के पीछे कोई चाल होती है।
असली दोस्त वही है जो बिना मतलब के साथ हो,
बाकी सब मतलबी हैं जो वक्त के साथ बदल जाते हैं।
Attitude Matlabi Shayari

मतलबी लोगों से दूर रहना अब मेरा स्टाइल है,
जो साथ नहीं निभाते उन्हें भूल जाना ही ठीक है।
अब मतलबी लोगों से कोई उम्मीद नहीं रखते,
जो जैसा है वैसा ही रहने देते हैं।
मतलबी लोगों को जवाब देना हमारी फितरत नहीं,
हम चुप रहकर भी बहुत कुछ कह जाते हैं।
तुम मतलबी हो, मैं खुद्दार हूँ,
मुझे अपना कहने का हक़ तुम्हें नहीं।
जो सिर्फ मतलब के लिए आए,
उन्हें दरवाज़ा दिखाना ही बेहतर है।
अब मतलबी लोगों की बातों में नहीं आते,
क्योंकि हमें खुद की क़द्र है।
मतलब की दोस्ती से अच्छा अकेला रहना,
कम से कम सुकून तो मिलता है।
अब दिल की नहीं दिमाग की सुनता हूँ,
क्योंकि दिल ने बहुत रुलाया है।
जो कल तक साथ थे,
आज मतलब निकलते ही दूर हो गए।
मैं मतलबी नहीं, पर बेवकूफ़ भी नहीं,
अब समझ आता है किससे कितना रिश्ता रखना है।
Truthful Matlabi Shayari in Hindi
सच ये है कि हर रिश्ता अब मतलब से जुड़ा है,
वफ़ा और मोहब्बत अब पुरानी बातें हैं।
दुनिया मतलब की है,
यहाँ दिल की नहीं दिमाग की चलती है।
जिस दिन मतलब नहीं रहेगा,
उस दिन कोई भी अपना नहीं रहेगा।
इंसान बदलता नहीं,
उसके मतलब बदलते हैं।
मतलब की दुनिया में ईमानदारी बोझ बन गई है।
अब लोगों को इंसान नहीं,
उनका फायदा नज़र आता है।
जो दिल से निभाता है,
वो सबसे ज़्यादा टूटता है।
जो दिखता है वही बिकता है,
भरोसा अब कोई नहीं करता।
इस मतलबी भीड़ में पहचान पाना मुश्किल है,
कौन अपना है और कौन पराया।
जब कोई कहे ‘हमेशा साथ रहेंगे’,
तो समझ लेना मतलब अभी बाकी है।
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जब मतलब खत्म हुआ,
तो रिश्ता भी खत्म हो गया।
मतलबी लोगों से क्या गिला करें,
वो तो फितरत से मजबूर हैं।
किसी को बदलते देर नहीं लगती,
बस उनका मतलब पूरा होना चाहिए।
अब मतलब से दोस्ती होती है,
दिल से नहीं।
हमने तो अपनी हर खुशी बाँटी,
पर बदले में बस मतलब मिला।
मतलबी लोगों की एक पहचान है,
वो बस खुद के बारे में सोचते हैं।
आजकल लोग जरूरत के हिसाब से मिलते हैं,
वक़्त के साथ यादें भी मिटा देते हैं।
कभी जो अपने थे,
आज पहचानने से भी इनकार करते हैं।
जितनी जल्दी मतलब निकलता है,
उतनी जल्दी इंसान बदलता है।
लोग अपने फायदे के लिए
किसी भी हद तक गिर सकते हैं।
जब तक ज़रूरत है तब तक याद आएंगे,
फिर भूल जाएंगे।
मतलबी रिश्तों से दूरियाँ अच्छी हैं।
अब किसी के वादों पर भरोसा नहीं,
क्योंकि हर वादा मतलब से जुड़ा होता है।
कोई किसी का नहीं,
सबके अपने मतलब होते हैं।
मतलबी लोग हमेशा आपकी खुशी में खटकते हैं।
अगर खुद की क़द्र करनी है,
तो मतलबी लोगों से दूर रहो।
सब कुछ बदल जाता है,
जब इंसान का मतलब बदलता है।
मतलबी लोगों को जवाब नहीं,
इग्नोर करना चाहिए।
अगर मतलब की दुनिया से दूर रहना है,
तो अकेले चलना सीखो।
निष्कर्ष
मतलबी शायरी न सिर्फ़ दर्द बयां करती है, बल्कि हमें सिखाती है कि किन रिश्तों से क्या उम्मीद रखनी चाहिए। ये शायरी आपके दिल की बात कहने का एक सशक्त माध्यम हो सकती हैं। आप इन्हें Instagram, WhatsApp Status, Facebook Posts में भी शेयर कर सकते हैं।